विश्वविद्यालयों में पहले से कार्यरत अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों के लिए बजट सत्र में सेवा सुरक्षा का कानून बनाए जाने तक भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने के लिए हुकटा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा:- हुकटा
चंडीगढ़,30 जनवरी : हाल ही में, 28 जनवरी, 2025 को उच्चत्तर शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों के कुलपति को पत्र जारी कर भर्ती प्रक्रिया को पुनः बहाल करने आदेश दिए हैं जिसके कारण माननीय मुख्यमंत्री द्वारा किये गए सेवा सुरक्षा संबंधी वायदे पर पुनः प्रश्न चिह्न लग गया है और हम सब भयभीत हैं कि न जाने हमारा रोजगार कब समाप्त हो जाए। हम सब भर्ती करने के पक्षधर हैं लेकिन हमारा अनुरोध है कि भर्ती प्रक्रिया से पूर्व हरियाणा सरकार अपना सेवा सुरक्षा का वादा विधानसभा बजट सत्र में पूरा करे।
इसी संदर्भ में, आज 30 जनवरी, 2025 को हरियाणा यूनिवर्सिटीज कांट्रेक्चुअल टीचर्स एसोसिएशन (हुकटा) ने हरियाणा के विश्वविद्यालयों में पहले से कार्यरत अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों को बजट सत्र में सेवा सुरक्षा का कानून बनाए जाने तक भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने का अनुरोध पत्र माननीय मुख्यमंत्री नायब सिंह को लिखा ।
हुकटा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार मलिक ने बताया कि हरियाणा की सरकारी यूनिवर्सिटीज में 1443 अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसर विभिन्न पदनामों पर कार्यरत हैं। हम में से ही बहुत से अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसर लंबे समय से नियमित होने तक सेवा सुरक्षा की प्रतीक्षा करते हुए स्थायी भर्ती में आवेदन करने की अधिकतम आयु सीमा को भी पार चुके हैं या उसके आसपास पहुंच चुके हैं। इसके अलावा बहुत से साथी सेवानिवृत्ति की उम्र के आखिरी पड़ाव पर हैं।
हमारी लंबी सेवाओं और उपरोक्त परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए शीतकालीन विधानसभा सत्र में माननीय मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालयों के अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों को कॉलेज के एक्सटेंशन लेक्चरर की तरह रोजगार की सेवा सुरक्षा सेवानिवृत्ति 60 वर्ष तक करने का वादा किया था ताकि नौकरी छूटने के भय के कारण हर समय बेरोजगारी की तलवार हमारे सिर पर न लटकती रहे। साथ में, प्रदेश की नॉन-स्टॉप सरकार इस पर कार्य भी कर रही है |


