बरोदा गांव में पराली फूंकने पर अड़ा किसान, पुलिस बुलाने पर माना
गोहाना :-21 नवम्बर : बरोदा गांव में एक किसान पराली फूंकने पर अड़ गया। उसके द्वारा अकड़ दिखाने और चुनौती देने पर मौके पर आला अधिकारियों के साथ पुलिस की टीम को भी बुला लिया गया। इस पर किसान के हाथ-पांव फूल गए तथा उसने पराली न जलाने के लिए सहमति दे दी। इस पर टीम वापस लौट गई।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की हर तरह की सख्ती के बावजूद किसान अपने धान की पराली को फूंकने से बाज नहीं आ रहे हैं। सहायक तकनीकी प्रबंधक (ए.टी.एम.) मुकेश कुमार को सूचना मिली कि बरोदा गांव का एक किसान खेत में पराली जलाने की तैयारी में है। इस पर ए. टी. एम. मुकेश कुमार ने उस किसान को जब समझाने की कोशिश की, तो उसने पलट कर जवाब दिया कि वह तो पराली जलाएगा ही जलाएगा, जिससे जो करना हो कर ले। इस पर मुकेश कुमार ने अपने विभाग के साथ पुलिस से संपर्क किया। थोड़ी ही देर में मौके पर बी.ए.ओ. कुलदीप और फील्डमैन प्रवीण नेहरा भी पहुंच गए। बरोदा गांव में ही पुलिस का थाना है। वहां से पुलिस टीम को पहुंचने में भी देरी नहीं लगी।
किसान को यह नहीं लग रहा था कि पुलिस भी इतनी जल्दी आ जाएगी। जब किसान पराली न जलाने के लिए मान गया, तब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी और पुलिस अधिकारी वहां से वापस आ गए। किसान के खिलाफ कोई कार्रवाई करने के स्थान पर उसे चेतावनी दे कर छोड़ दिया गया।