एसजीटीयू के ‘सिनर्जी 2024’ का रंगारंग समारोह के साथ समापन
युवा अन्वेषकों की प्रतिभा ने दिखाया कमाल, बने 'रोल मॉडल'
गुरुग्राम : एसजीटी विश्वविद्यालय के वार्षिक तकनीकी महोत्सव ‘सिनर्जी’ के सातवें संस्करण, सिनर्जी 2024 का समापन भव्य समारोह के साथ हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मैनकाइंड फार्मा के चीफ एडवाइजर और फेडरेशन ऑफ फार्मा एंटरप्रेन्योर्स के चेयरमैन बी.आर. सिकरी थे। वहीं, दिल्ली के उपराज्यपाल की विशेष सचिव मिसेज हरलीन कौर गेस्ट ऑफ ऑनर थीं।
इस महोत्सव में 200 से अधिक छात्रों द्वारा तैयार किए गए प्रोजेक्ट्स प्रदर्शित किए गए, जिनमें से चार प्रोजेक्ट्स को विशेष पुरस्कार मिले:
1. स्वास्थ्य: वर्टीगेज इंटीग्रेटेड एजुकेशनल मॉडल (फिजियोथेरेपी)
2. नई तकनीक: वायरलेस चार्जिंग स्टेशन (इंजीनियरिंग)
3. प्राकृतिक सुधार: हाइड्रोजन उत्पादन के लिए इलेक्ट्रोलाइजर का निर्माण (इंजीनियरिंग)
4. समाज सुधार: साइबरबुलिंग को रोकने और उसका समाधान करने के उपाय (कानून)
स्कूली बच्चों के लिए भी एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें आरपी मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, उत्तम नगर, दिल्ली, केजी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गुरुग्राम और ज्ञान मंदिर पब्लिक स्कूल, नारायणा विहार, नई दिल्ली के बच्चों ने क्रमशः 15,000 रुपये, 24,000 रुपये और 30,000 रुपये के पुरस्कार जीते।
तीन दिनों तक चले इस महोत्सव में 22,000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इस दौरान नुक्कड़ नाटक, रोबोट और ड्रोन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। छात्रों ने अपने बिजनेस आइडियाज भी प्रस्तुत किए, साथ ही कुछ सामाजिक संस्थाओं ने भी अपने कार्यों का प्रदर्शन किया।
एसजीटी विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर और ‘सिनर्जी 2024’ के चेयरमैन प्रोफेसर (डॉ.) अतुल नासा ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “सिनर्जी टेक फेस्ट एसजीटी विश्वविद्यालय की शिक्षा और शोध में उत्कृष्टता की प्रतिबद्धता का एक चमकदार उदाहरण है। यह मंच नवाचार को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ बहु-विषयक शोध और रचनात्मकता को बढ़ावा देने का एक प्रमुख केंद्र बन गया है, जो हमारे छात्रों और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के युवाओं के लिए अत्यधिक प्रेरणादायक है।”
सिनर्जी 2024 में एसजीटी विश्वविद्यालय के छात्र अपने तकनीकी समाधानों के साथ सामने आए, जिसमें तकनीक, चिकित्सा, विज्ञान और पर्यावरण से जुड़े प्रोजेक्ट्स प्रमुख थे।
कुल 200 से अधिक छात्र परियोजनाएं प्रदर्शित की गईं।
इसके अतिरिक्त, “एसजीटी हाट” ने छात्रों के उद्यमिता कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया, जहां छात्रों ने व्यवसाय और रचनात्मकता की दुनिया में कदम रखा। सामाजिक सशक्तिकरण के तहत ‘स्ट्रीट किचन’ और ‘हाली की थाली’ जैसे प्रयासों ने भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया। कुछ एनजीओ ने अपनी प्रेरणादायक कहानियों और उत्पादों का प्रदर्शन किया, यह साबित करते हुए कि सच्चा नवाचार दूसरों के जीवन को बेहतर बनाने में भी निहित है।