भक्ति योग की पूर्णता का उदाहरण थी मीराबाई : सरोजिनी धानिया
गोहाना :16 अक्टूबर : आज गोहाना के महम रोड स्थित गांधीनगर की रविदास चौपाल में मीराबाई की जयंती मनाई गई | इस समारोह की मुख्य वक्ता संत शिरोमणि गुरु रविदास समाज संगठन के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष प्रेम सिंह धानिया की धर्मपत्नी सरोजिनी धानिया रही |मुख्य वक्ता ने कहा कि मीराबाई की जयंती हर साल शरद पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है | उनका जन्म 1498 ईस्वी में राजस्थान के पाली जिले के कुड़की गांव में हुआ |
मीराबाई संत गुरु रविदास जी की शरण ग्रहण करने के बाद भगवान श्री कृष्ण की भक्ति मे लीन हो गई थी । मीराबाई 16 वीं शताब्दी की एक कृष्ण भक्त और कवयित्री थी वे भक्ति योग की पूर्णता का उदाहरण थी उनका जीवन हमें आदर्श प्रेम, निस्वार्थ भक्ति ,पूर्ण समर्पण, एकाग्रचित और चित की शुद्धता जैसे मूल्यों की सीख देता है |
जयंती समारोह की अध्यक्षता संगठन के सचिव सतबीर पोडियां ने की, सतबीर पौडिया मीराबाई की जयंती पर गांधी नगर की रविदास चौपाल में उन्हें नमन कर रहे थे। संत शिरोमणि गुरु रविदास समाज संगठन के सचिव ने जयंती समारोह में कहा कि मीराबाई ने अपने आराध्य प्रभु कृष्ण के लिए जहर का प्याला भी हंसते-हंसते हुए पी लिया था | भगवान श्री कृष्ण की परम भक्त मीरा वैष्णव भक्ति आंदोलन के लोकप्रिय भक्तों में से एक थीं।मीराबाई की भक्ति कृष्ण के प्रति उनके सच्चे प्रेम को व्यक्त करती है|
मंच का संचालन आजाद हिंद देशभक्त मोर्चा के मुख्य संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने किया | इस अवसर पर सिमरन, लक्ष्मी, नेहा ,राखी ,सुनीता, विनोद रंगा, वेदपाल बीरवाल, प्रेम धानिया, श्री भगवान कलसन, आकाश तथा सुल्तान सेन आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे |