माइक्रो ऑब्जर्वरों का प्रशिक्षण कार्यक्रम डीसीआरयूसीटी विश्वविद्यालय मुरथल के सभागार में हुआ सम्पन्न
-कहा,माइक्रो ऑब्जर्वर एक घंटा पूर्व मतदान केन्द्र पहुँच कर मतदान केन्द्र की तैयारी, मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता, मॉक पोल का निरीक्षण, मतदाता रजिस्टर 17ए निरीक्षण करें सुनिश्चित
सोनीपत(28 सितम्बर):- चुनाव के प्रत्येक कार्यकलाप पर पैनी नजर रखने की जिम्मेवारी माइक्रो ऑब्जर्वरों की : जरनल ऑब्जर्वर तपश रॉय
-माइक्रो ऑब्जर्वर ध्यान रखें कि मतदाता के हाथ मे चुनावी स्याही लग रही है या नहीं- डॉ मनोज कुमार
सोनीपत :- हरियाणा विधानसभा आम चुनाव के दौरान 05 अक्टूबर को होने वाले मतदान के लिए नियुक्त किए गए माइक्रो ऑब्जर्वरों की भूमिका और उनके कर्तव्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देने के लिए माइक्रो ऑब्जर्वर का प्रशिक्षण कार्यक्रम दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल के सभागार में सम्पन्न हुआ।
इस दौरान जरनल ऑब्जर्वर तपश रॉय ने प्रशिक्षण में माइक्रो ऑब्जर्वरों को बताया कि विधानसभा आम चुनाव 2024 के मद्देनज़र मतदान के दौरान चुनाव के प्रत्येक कार्य पर पैनी नजर रखने की जिम्मेदारी माइक्रो ऑब्जर्वरों की होगी। माइक्रो ऑब्जर्वरों को मतदान केंद्र पर मतदान प्रारंभ होने के 75 मिनट पूर्व पहुंच जाना है और मॉक पोल सहित मतदान की पूरी प्रक्रिया का सूक्ष्म अवलोकन करना है।
उन्होंने कहा कि मॉक पोल से लेकर वास्तविक मतदान प्रारंभ होने के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के कंट्रोल यूनिट की सीलिंग पर भी नजर रखनी है। मतदान की समाप्ति के बाद उन्हें मतदान टीम के साथ रिसिविंग सेंटर लौटना है। उन्होंने माइक्रो ऑब्जर्वर को बताया कि सामान्य पर्यवेक्षक आपके सम्पर्क में रहेंगे और आपके प्रत्येक कार्य की मॉनिटरिंग करेंगे। माइक्रो आब्जर्वर को रिर्पोट केवल ऑब्जर्वर को सौंपनी है। उन्होंने कहा कि माइक्रो ऑब्जर्वर कम से कम एक घंटा पूर्व मतदान केन्द्र पहुँच कर मतदान केन्द्र की तैयारी मतदान केन्द्र पर मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता, मॉक पोल का निरीक्षण, मतदान अभिकत्र्ता की उपस्थिति, अमिट स्याही, मतदाता रजिस्टर 17-ए आदि का निरीक्षण करना भी सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि मतदान समाप्ति के बाद माइक्रो ऑब्जर्वर अपना रिर्पोट निर्धारित प्रपत्र में सामान्य पर्यवेक्षक को कलेक्शन सेंटर में सौपना है। उन्होंने माइक्रो ऑब्जर्वर को 18 बिन्दु के प्रपत्र संख्या-13 को सही-सही भरने के बारे में भी बताया।
प्रशिक्षण शिविर के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने बताया कि माइक्रो ऑब्जर्वर को मतदान अभिकर्ता पर भी नजर रखनी है कि मॉक पोल के दौरान वह उपस्थित हुए या नहीं। उन्होंने कहा कि माइक्रो ऑब्जर्वर इस बात का ध्यान रखें कि मतदान के बाद ईवीएम सील हुई है या नहीं या मतदाता के हाथ मेें चुनावी स्याही लग रही है या नहीं इन सभी चीजों पर अपनी नजर रखें। वहीं माइक्रो ऑब्जर्वर को चुनावी केंद्र पर कोई गड़बड़ी होती नजर आती है तो वो इस बात की जानकारी तुरंत जनरल ऑब्जर्वर दे। इसके अलावा प्रत्येक घंटे में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और मतदाता रजिस्टर से आंकड़े का मिलान करते रहेंगे, ताकि मतदान की स्थिति स्पष्ट होती रहे। उन्होंने बताया कि माइक्रो ऑब्जर्वर अंतिम समय में कितने मतदाता ऐसे उपस्थित थे, जिनको पीठासीन पदाधिकारी के द्वारा टोकन दिया गया? कुल मतदान की संख्या और उसका प्रतिशत भी दर्ज करेंगे। उन्होंने उपस्थित माइक्रो ऑब्जर्वर को बताया कि मतदाता परिचय पत्र से कितने मतदाताओं ने वोट दिया और एएसडी सूची से कितने मतदाताओं ने वोट दिया? यह भी अवलोकन करना है कि अमिट स्याही ठीक से लगाई जा रही है या नहीं? और पीठासीन पदाधिकारी की डायरी में समस्त घटनाएं दर्ज हों यह भी सुनिश्चित करना है।