गोहाना विधान सभा के उम्मीदवारों को सोनीपत जा कर भरने पड़ेंगे नामांकन, बरोदा हलके के प्रत्याशियों के नामांकन गोहाना में होंगे स्वीकार
गोहाना :-3 सितंबर : 5 वर्ष से जारी संकट गोहाना हलके के नेताओं को इस बार भी झेलना पड़ेगा । इस हलके के उम्मीदवारों को 2009, 2014 और 2019 की भांति इस बार फिर से अपने नामांकन सोनीपत में जा कर भरने होंगे। उधर, बरोदा हलके के प्रत्याशियों के नामांकन गोहाना में ही स्वीकार किए जाएंगे।
2008 के परिसीमन से पहले गोहाना हलके के नामांकन गोहाना में ही लिए जाते थे, पर बरोदा हलके के नामांकन सोनीपत में भरे जाते थे। उस समय गोहाना हलका ओपन था तथा इस के आर.ओ. एस.डी.एम. होते थे। तब बरोदा हलका रिजर्व था। उसके आर. ओ. हरियाणा रोडवेज के जी.एम. होते थे।
ऐसे में बरोदा हलके के प्रत्याशियों को सोनीपत जा कर अपने नामांकन प्रस्तुत करने पड़ते थे ।
2009 में नया परिसीमन प्रभावी हुआ। तब गोहाना हलके के साथ बरोदा हलका भी ओपन हो गया। लेकिन बरोदा हलके का आर. ओ. जहां गोहाना के एस.डी.एम. को बना दिया गया, वहीं गोहाना हलके के आर.ओ. की जिम्मेदारी सोनीपत के ए.डी.सी. को दे दी गई । इसी के साथ गोहाना हलके के नामांकन सोनीपत में लिए जाने लगे। पहले 2009, उसके बाद 2014 और पुन: 2019 में जो विधानसभा चुनाव हुए, उनमें हर बार गोहाना हलके के उम्मीदवार सोनीपत गए और वहां नामांकन भरे । पहले बरोदा हलके के नामांकन सोनीपत में होते थे या अब गोहाना हलके के नामांकन सोनीपत में होते हैं, के संकट का प्रभावी समाधान उपलब्ध भी है जिससे दोनों हलकों के नामांकन गोहाना क्षेत्र में हो सकते हैं। जब तक गोहाना में चीनी मिल नहीं बनी थी, तब तक एच.सी.एस. या आई.ए.एस. के तौर में केवल गोहाना के एस.डी.एम. ही उपलब्ध होते थे। ऐसे में सोनीपत के किसी अधिकारी को बरोदा हलके का आर. ओ. बनाना मजबूरी थी। पर 2001 में आहुलाना गांव में चौ. देवीलाल सहकारी चीनी मिल की स्थापना के बाद से उसके एम.डी. के तौर पर एक और पद सक्षम अधिकारी का सृजित हो गया । अगर चीनी मिल के एम. डी. को बरोदा हलके और गोहाना के एस.डी.एम. को गोहाना हलके का आर. ओ. बना दिया जाए, तब दोनों हलकों के नामांकन क्रमशः आहुलाना और गोहाना में स्थित इन के अधिकारियों के कार्यालयों में लिए जा सकते हैं।
इस व्यवस्था में एक बाधा यह है कि आमतौर पर गोहाना के एस.डी.एम. के पास ही चीनी मिल के एम.डी. का एडिशनल चार्ज रहता है। लेकिन ऐसा भी अनेक बार हो चुका है जब दोनों पदों पर अलग-अलग अधिकारी नियुक्त रहते हैं। इस समय गोहाना की एस.डी.एम. अंजलि श्रोत्रिय हैं तो चीनी मिल की एम.डी.अंकिता वर्मा हैं। दोनों पदों पर पृथक अधिकारी
ताजा तबादलों के बाद आए हैं। इससे पहले विवेक आर्य की दोनों पदों पर कार्यरत थे ।
चुनावी समर में प्रत्याशियों की सुविधा तभी संभव है जब
एस.डी.एम. अलग अधिकारी हों और एम.डी. अलग। एक अधिकारी को गोहाना हलके और दूसरे अधिकारी को बरोदा हलके का आर.ओ. बना दिया जाएगा। वैसे भी आहुलाना गांव बरोदा हलके के मध्य में स्थित है तथा सोनीपत जाने की तुलना में आहुलाना जाना सुगम है। वैसे एक मांग हर चुनाव के समय उठती, पर उपेक्षित होती रही है। यह मांग सोनीपत के ए.डी.सी. के गोहाना हलके के आर.ओ. के रूप उनका कैंप कार्यालय अस्थायी रूप से गोहाना शिफ्ट करने की रही है। ए.डी.सी. का कैंप कार्यालय यहां बनने की सूरत में गोहाना हलके के प्रत्याशियों के नामांकन गोहाना में भी स्वीकार हो सकते हैं ।