हरियाणा में BJP उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का ऐलान इसी हफ्ते संभव, कई मंत्री-विधायकों के कटेंगे टिकट. : कांग्रेस करेगी सबसे अंत में घोषणा
हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही पार्टियों ने उम्मीदवारों को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। चुनाव के शेड्यूल के मुताबिक 5 सितंबर से नामांकन शुरू होंगे और 12 सितंबर को इसकी अंतिम तिथि है। इससे पहले पार्टियों को प्रत्याशियों की सूची जारी करनी होगी।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक उनके उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का काम लास्ट फेज में है। भाजपा पहले उन क्षेत्रों की लिस्ट जारी करेगी जिन सीटों पर उन्हें जीत पक्की लग रही है। इसके अलावा दूसरी सूची के अगस्त के अंतिम सप्ताह में जारी कर सकती है।
भाजपा पहली सूची में 20 से 25 विधानसभा के उम्मीदवार घोषित कर सकती है। रोहतक में इसको लेकर पार्टी नेताओं की बैठक हो चुकी है। नाम लगभग फाइनल हो चुके हैं। इन नामों पर भाजपा केंद्रीय समिति की बैठक में फाइनल मुहर लगना बाकी है।
कांग्रेस पिछली विधानसभा और लोकसभा की तरह सबसे अंत में प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। इसकी बड़ी वजह यह है कि कांग्रेस में सबसे ज्यादा दावेदार हैं। अगर उन्हें टिकट ना मिली तो वे बागी हो सकते हैं। बाकी पार्टियों से उम्मीदवार घोषित हो चुके होंगे, इसलिए ऐसे में ये बागी उनमें शामिल होकर टिकट नहीं पा सकेंगे। वहीं आम आदमी पार्टी ने पहले ही अगस्त में उम्मीदवारों के ऐलान की घोषणा कर रखी है।
BJP में कई विधायकों के टिकट कटने तय
भाजपा की सूची में कई विधायकों के टिकट कट सकती है। इसमें शहरी सीट के विधायक और मंत्री भी शामिल हैं। इनके नाम कटने के पीछे लोगों व कार्यकर्ताओं की नाराजगी को देखा जा रहा है। इन विधायकों और मंत्रियों की स्थिति आंतरिक सर्वे में बेहद खराब है। इनका जनता से कनेक्ट नहीं रहा। इसके अलावा भाजपा सोशल इंजीनियर के फार्मूला को लेकर ही आगे बढ़ेगी। स्थानीय चेहरों पर ही दाव खेला जाएगा।
कांग्रेस दिल्ली में जल्द करेगी बैठक
विधानसभा चुनावों की रणनीति बनाने और प्रत्याशियों की सूची को लेकर कांग्रेस भी इसी सप्ताह दिल्ली में बैठक करेगी। हालांकि यह बैठक पहले होनी थी, मगर राजीव गांधी की जयंती समारोह को लेकर नेताओं के कार्यक्रमों की वजह से बैठक नहीं हो सकी।
अब यह बैठक 20 अगस्त के बाद कभी भी हो सकती है। हरियाणा के बड़े नेताओं ने इसी कारण 20 के बाद बड़े कार्यक्रम अभी तक तय नहीं किए हैं। इसी बैठक के बाद ही हुड्डा, सैलजा और सुरजेवाला कार्यक्रम तय करेंगे।
कांग्रेस 2 बाद हार चुके नेताओं को बाहर बैठाएगी
कांग्रेस इस बार 2 बार हार चुके नेताओं को बाहर बैठा सकती है। ऐसे में कांग्रेस के 15 से 20 चेहरे टिकट की दौड़ में बाहर हो सकते हैं, इन नेताओं ने अपने बेटों को भी चुनाव में आगे किया हुआ है। इसके अलावा पार्टी बगावत कर निर्दलीय खड़े होने वालों के भी टिकट काट सकती है।
हुड्डा और सैलजा कांग्रेस के सर्वे के समान्तर एक अलग सूची बनाने में जुटे हैं। इन सूची के हिसाब से भी वह सर्वे से इतर नामों फाइनल सूची में शामिल करने का प्रयास कर सकते हैं। दोनों नेताओं का प्रयास है कि उनके करीबियों को ही टिकट मिले ताकि मुख्यमंत्री की दौड़ आसानी से पूरी हो सके।
AAP-जजपा और इनेलो-बसपा भी जल्द करेंगे घोषणा
आम आदमी पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 31 अगस्त से पहले पार्टी सभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करेगी। आम आदमी पार्टी प्रदेश में किंग मेकर की भूमिका में खुद को देख रही है। पहली बार आप सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। 2019 में आप ने 47 सीटों पर ही चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी।
वहीं इनेलो-बसपा गठबंधन प्रदेश में 37:53 के फार्मूले पर चुनाव लड़ेगी। बसपा 37 सीटों पर और इनेलो 53 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनेलो सितंबर के पहले सप्ताह में अपनी सूची जारी कर सकती है।
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की अगुआई वाली जननायक जनता पार्टी(JJP) अपनी दूसरी सूची जल्द जारी कर सकती है। जजपा इससे पहले एक सूची जारी कर चुकी है।