नियमित करने की पॉलिसी में 50 हजार से कम वेतन की शर्त पर भड़के अनुबंधित प्राध्यापक
गोहाना :-8 अगस्त : नियमित करने की पॉलिसी में 50 हजार रुपए से कम के वेतन की शर्त पर अनुबंधित प्राध्यापक भड़क उठे । प्रदेश स्तर के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार की शाम को शहर में गजराज रोड पर हरियाणा भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण ढुल से उनके कार्यालय में मुलाकात की तथा इस शर्त का कड़ा विरोध किया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व हरियाणा यूनिवर्सिटी कांट्रैक्टचुअल टीचर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विजय मलिक ने किया ।
विजय मलिक ने कहा कि प्रदेश के 15 विश्वविद्यालयों में अनुबंध और अस्थायी आधार पर जो असिस्टेंट प्रोफेसर कार्यरत हैं, उन्हें अपनी सेवाएं प्रदान करते हुए दो से 15 साल हो चुके हैं। जब उनकी नियुक्ति की गई थी, तब सब पात्रताओं को पूर्ण करने के आधार पर ही की गई थी। ये असिस्टेंट प्रोफेसर प्रारंभ से मांग कर रहे हैं कि उनके पदों को छोड़ कर बाकी के रिक्त पदों के लिए नई भर्ती हो तथा उन्हें नियमित कर सेवा की सुरक्षा प्रदान की जाए।
प्रदेश अध्यक्ष ने रोष व्यक्त किया कि अब प्रदेश की भाजपा सरकार की कैबिनेट मीटिंग में जो निर्णय किया गया है, उसमें कच्चे कर्मचारियों को नियमित करने के लिए वेतन के 50 हजार रुपए मासिक से कम होने की शर्त जोड़ दी गई है। इस शर्त से अनुबंधित और अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों पर एक बार फिर से छंटनी की तलवार लटक गई है। अगर नियमित करने की पॉलिसी ने वेतन की शर्त को नहीं हटाया गया, असिस्टेंट प्रोफसरों की अस्थायी नौकरियां जाने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।
प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण दुल से.गुहार की कि वह उनसे अन्याय न होने दें।