बीरेंद सिंह ने जजपा को राजस्थान में चुनाव लड़ने पर घेरा है। बीरेंद्र सिंह का कहना है कि राजस्थान में जजपा चुनाव हारने के लिए लड़ेगी ; हरियाणा में एक भी सीट नहीं आएगी
जजपा राजस्थान में 25 से 30 सीटों पर चुनावी तैयारी कर रही है। राजस्थान में जाट मतदाताओं को लुभाने के लिए जजपा 25 सितंबर की चौधरी देवीलाल जयंती राजस्थान में मनाएगी।
हरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद सिंह ने जजपा को राजस्थान में चुनाव लड़ने पर घेरा है। बीरेंद्र सिंह का कहना है कि राजस्थान में जजपा चुनाव जीतने के लिए नहीं बल्कि हराने के लिए लड़ेगी। हरियाणा में तो एक भी सीट नहीं आएगी, राजस्थान में भी नहीं आएगी। अब पता चलेगा कि जब अपनी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे। मेरे से इनकी 50 साल की हिस्ट्री पूछ लो।
दोनों परिवारों के बीच जुबानी जंग
बता दें कि हरियाणा के दो राजनीतिक परिवार चौटाला और बीरेंद्र सिंह के बीच उचाना सीट को लेकर पिछले कई दिनों से जुबानी जंग चल रही है। दोनों ही उचाना सीट को लेकर अपनी दावेदारी जता रहे हैं। बीरेंद्र सिंह का परिवार जजपा से गठबंधन तोड़ने के लिए कई बार पार्टी पंच से बयान दे चुके हैं और पार्टी को इससे होने वाले नुकसान से बचने की सलाह दे चुके हैं। बदले में जजपा नेता इसे बीरेंद्र सिंह की हताशा करार देते हुए उचाना से लड़ने की बात फ्रेम पर लिखकर देने की बात बार- बार कह रहे हैं।
राजस्थान से चुनाव लड़ने जा रही है जजपा
जन नायक जनता पार्टी इस साल राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही है। जजपा राजस्थान में 25 से 30 सीटों पर चुनावी तैयारी कर रही है। राजस्थान में जाट मतदाताओं को लुभाने के लिए जजपा 25 सितंबर की चौधरी देवीलाल जयंती राजस्थान में मनाएगी। जजपा राजस्थान के कोटपुतली क्षेत्र में रैली भी कर चुकी है। नागौर जिले में ऐतिहासिक मंदिर निर्माण के लिए जजपा ने करोड़ों रुपए की राशि दान में दी है।
अजय चौटाला राजस्थान से दो बार बने विधायक
1989 में चौधरी देवीलाल राजस्थान से सांसद चुने गए थे। इसके बाद चौधरी देवीलाल के पोते अजय चौटाला ने भी अपने राजनैतिक सफर की शुरुआत राजस्थान से की। अजय चौटाला ने 1989 में दातारामगढ़ से और 1993 में नोहर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर जीत हासिल की। इनेलो के राजस्थान से चार विधायक भी चुने गए थे।