जजपा के नरवाना से विधायक रामनिवास सूरजाखेड़ा ने भाजपा के समर्थन का किया ऐलान, वह करनाल से लोकसभा उम्मीदवार मनोहर लाल खट्टर की करेंगे मदद
भाजपा-मोदी का समर्थन करना राष्ट्रहित में, राष्ट्रहित पार्टी से ऊपर
हरियाणा में BJP सरकार से गठबंधन टूटने के बाद जननायक जनता पार्टी (JJP) को 7वां झटका लगा है। जजपा के नरवाना से विधायक रामनिवास सूरजाखेड़ा ने भाजपा के समर्थन का ऐलान कर दिया है। वह करनाल से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार मनोहर लाल खट्टर की मदद करेंगे।
करनाल के सेक्टर-6 में सूरजाखेड़ा ने कहा कि सीएम मनोहर लाल की बदौलत ही वह नरवाना में 200 करोड़ के काम करा पाए। भाजपा का समर्थन करना राष्ट्रहित में है। राष्ट्रहित पार्टी से ऊपर है, इसलिए वह भाजपा को सपोर्ट कर रहे हैं। वह पीएम नरेंद्र मोदी और पूर्व सीएम मनोहर लाल की नीतियों और विजन से इंप्रेस है।
भाजपा का समर्थन करने का फैसला उनका अकेले का नहीं बल्कि समर्थकों का भी है। वहीं इस बारे में जजपा जिला प्रधान गुरुदेव रंबा ने कहा कि विधायक सुरजाखेड़ा पिछले एक साल से ही पार्टी से बागी हैं, उनके भाजपा को सपोर्ट करने से जजपा को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
इससे पहले जजपा के नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम और बरवाला से जोगीराम सिहाग हिसार में भाजपा उम्मीदवार रणजीत चौटाला के लिए वोट मांग रहे हैं। वहीं गुहला के जजपा विधायक ईश्वर सिंह और शाहबाद के विधायक रामकरण काला भी कांग्रेस के पक्ष में दिख रहे हैं। देवेंद्र बबली भी बागी तेवर दिखा रहे हैं।
पूर्व डिप्टी CM और दिग्विजय चौटाला भी दे चुके है चेतावनी
हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय चौटाला पहले ही बागी विधायकों को चेतावनी दे चुके है कि अगर कोई पार्टी के खिलाफ जाकर दूसरी पार्टी का चुनाव प्रचार करता है तो जेजेपी उसके ऊपर एक्शन लेगी।
दिग्विजय यहां तक भी कह चुके है कि नियमों के मुताबिक, अगर कोई विधायक दूसरी पार्टी में शामिल होता है या चुनाव प्रचार करता है तो उसकी सदस्यता खुद ब खुद खत्म हो जाती है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जेजेपी अभी तक क्यों विधायकों पर एक्शन नहीं ले पाई?
दिव्यांशु बुद्धिराजा ने कहा- ये वोट काटू किस्म के लोग
उधर देर शाम को घरौंडा पहुंचे कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा से नरवाना के विधायक रामनिवास द्वारा जजपा को अलविदा कहे जाने का सवाल किया तो दिव्यांशु ने कहा कि देखिए जेजेपी के ऊपर जिक्र करने का कोई फायदा नहीं है। जेजेपी पार्टी वाले वोट काटू किस्म के लोग थे और अब इनके विधायकों को भी पता चल चुका है कि जेजेपी का कोई अस्तित्व नहीं है।
2019 में भाजपा प्रत्याशी को 30 हजार से ज्यादा वोटों से हरा चुके
रामनिवास सुरजाखेड़ा नरवाना से पहली बार विधायक बने। पिछले दो वर्षों से सूरजाखेड़ा जेजेपी और चौटाला की कार्यप्रणाली के बारे में नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। उन्होंने 2019 में अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा की संतोष रानी को 30 हजार से अधिक वोटों से हराया था।