मुख्यमंत्री नायब सैनी की डिनर पार्टी से पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने किया किनारा, अनिल विज के ‘मोदी का परिवार’ लगाने-हटाने-लगाने से असमंजस, क्यों नाराज हैं अनिल विज
अंबाला :-10 अप्रेल : चंडीगढ़ में हरियाणा CM आवास में मुख्यमंत्री नायब सैनी की डिनर पार्टी से पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने किनारा कर लिया। हालांकि, उन्होंने विधानसभा पहुंचने पर CM सैनी की तरफ से डिनर का न्योता मिलने की बात कही थी। यह भी कहा था कि वह वहां जाएंगे या नहीं, इस पर फैसला नहीं किया है।
दरअसल, मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अपने सरकारी आवास पर सोमवार को विधायक दल की मीटिंग और कैबिनेट मंत्रियों के साथ लोकसभा चुनाव पर चर्चा करने के लिए दो अलग-अलग मीटिंग बुलाई थीं। इन मीटिंग के बाद ही आवास पर डिनर का भी प्रबंध किया गया था। इसमें विज नहीं पहुंचे।
यह बात विज ने सोमवार को विधानसभा पहुंचने पर पत्रकारों से बात करते हुए कही थी। इसी दौरान उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से ‘मोदी का परिवार’ हट जाने पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा, “सब को पता है कि मैं अब एक्स हो गया हूं और सभी जगह पर मुझे Ex लिखना चाहिए।
परंतु जब मैं X पर अपनी प्रोफाइल में Ex लिखने लगा तो नाम में लिखे जाने वाले अक्षरों को संख्या निश्चित संख्या से ज्यादा हो गई तो उस में से ‘मोदी का परिवार’ जो कि मैं हूं ही वह ऊपर से हटाकर नीचे लगाना पड़ा। जिससे कुछ लोगों को खेलने का अवसर मिल गया। मैं भाजपा का अनन्य भक्त हूं।”
क्यों नाराज हैं अनिल विज
अनिल विज की नाराजगी की शुरुआत सूबे में मुख्यमंत्री के बदलाव से शुरू हुई। दरअसल, मुख्यमंत्री बदलाव के बारे में अनिल विज को कोई जानकारी नहीं थी। जबकि, बदलाव को लेकर हो रही इस प्रक्रिया की जानकारी पूर्व सीएम मनोहर लाल को थी, इसमें अहम यह रहा कि मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद पूर्व गृह मंत्री उन्हीं के साथ ही एक कार में घूमते रहे, लेकिन इसके बाद भी विज को उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी।
इसके बाद विधायक दल की मीटिंग में नायब सैनी के नेता चुने जाने से वह सरप्राइज रह गए। इसके बाद वह नाराज होकर मीटिंग को छोड़कर चले गए। विज की नाराजगी इस कदर रही कि उन्होंने नायब सैनी के मंत्रिमंडल से भी किनारा कर दिया।
बैठकों से भी किनारा
विज फिलहाल पार्टी के खिलाफ कुछ नहीं कह रहे। मगर, भाजपा की अंबाला कैंट सीट के अलावा पार्टी एक्टिविटी से दूरी बना चुके हैं। हाल ही में अनिल विज पंचकूला में हुई अंबाला लोकसभा चुनाव की मीटिंग में भी नहीं पहुंचे।
इससे पहले गुरुग्राम में भी चुनाव प्रभारी सतीश पूनिया ने मीटिंग की थी, लेकिन वह वहां भी नहीं पहुंचे थे। विज ने इस पर कहा था कि वे भाजपा के अनन्य भक्त हैं। मीटिंग में न जाने पर विज ने कहा कि मीटिंग में बड़े लोग जाते हैं, मैं तो छोटा सा कार्यकर्ता हूं।
विज को नहीं सीएम बदलने की जानकारी
अनिल विज का कहना है कि मुझे मालूम नहीं था कि मुख्यमंत्री बदला जा रहा है। न ही मुझे किसी ने बताया कि सीएम बदला जा रहा है। इस बारे मनोहर लाल को डेफिनेटली पता होगा। उस दिन मुख्यमंत्री की गाड़ी में बैठकर मैं गर्वनर हाउस पर त्याग-पत्र भी देने गया था। तब भी उन्होंने नहीं बताया।
कोई बात गलत हो रही हो तो नाराज होना भी चाहिए
अनिल विज कह चुके हैं कि मुझे शीर्ष नेतृत्व खूब समझता है। उन्होंने कहा था कि नाराज होना भी चाहिए अगर कोई बात गलत हो रही है। मैं तो अपनी बात कह देता हूं, उसे कोई नाराजगी माने तो माने।


