गोहाना की नई अनाज मंडी में आढ़तियों के धरने का चौथा दिन ; आढ़ती उजड़े तो साथ में बर्बाद हो जाएंगे डेढ़ लाख और परिवार : सहरावत
गोहाना :-4 अप्रैल : अगर सरकार के अपनी जिद्द पर कायम रहने से आढ़ती उजड़े और उनकी दुकानों पर ताले लटके तो उनके साथ प्रदेश के वे डेढ़ लाख परिवार अलग से बर्बाद हो जाएंगे जिनके पेट इन्हीं दुकानों की बदौलत पल रहे हैं।
गुरुवार को यह चेतावनी शहर की नई अनाज मंडी में आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद सहरावत ने दी । वह सरसों की सीधी खरीद और गेहूं की आढ़त में कटौती के खिलाफ चल रहे पांच दिन के धरने के चौथे दिन आढ़तियों को संबोधित कर रहे थे।
आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि आढ़त से केवल आढ़तियों के परिवारों का ही भरण-पोषण नहीं होता, उनसे उन दुकानों से जुड़े मुनीमों और मजदूरों के परिवारों की आजीविका भी चलती है । प्रदेश में 40 हजार आढ़ती है । हर आढ़ती से 40 परिवार सीधे तौर से जुड़े हुए हैं।
विनोद सहरावत ने कहा कि भाजपा की सरकार अपने ही चुनावी वायदे से खिलवाड़ कर रही है। पार्टी ने वायदा किया था कि सरकार बनने पर आढ़त का अढ़ाई प्रतिशत से तीन प्रतिशत कर दिया जाएगा। लेकिन उलटा काम करते हुए गेहूं की आढ़त को अढ़ाई से दो प्रतिशत कर दिया गया है।
अध्यक्ष ने सरसों की सीधी खरीद और उसे आढ़तियों के माध्यम से न करने के फैसले पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को सीधी फसलें खरीदनी हैं तो उसने आढ़तियों को एक-एक दुकान करोड़ों रुपए में बेच कर अपने खजाने क्यों भरे ।
धरने पर रामधन भारतीय, रामधारी जिंदल, श्याम लाल वशिष्ठ, मनोज बजाज, संदीप मलिक, सुरेंद्र गर्ग, बिल्लू मान, कृष्ण शर्मा, जिनेंद्र जैन, प्रदीप सूरा, पवन दहिया, राम मेहर रोहिल्ला आदि भी बैठे।