मेँ मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पैरों की धूल के बराबर भी नहीं हूँ :-संजय भाटिया, सीएम बनने के बारे में सोचा नहीं, विधान सभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे
करनाल लोकसभा सीट से भाजपा सांसद संजय भाटिया के पानीपत शहरी सीट से 2024 में विधानसभा चुनाव लड़ने और CM फेस घोषित होने की चर्चाओं पर MP ने अपना रुख साफ किया है।
करनाल लोकसभा सीट से भाजपा सांसद संजय भाटिया के पानीपत शहरी सीट से 2024 में विधानसभा चुनाव लड़ने और CM फेस घोषित होने की चर्चाओं पर MP ने अपना रुख साफ किया है। उन्होंने इन सब अफवाहों पर पूर्ण विराम लगाते हुए कहा कि वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
वे सीएम बनने की सोच भी नहीं रहे हैं, क्योंकि वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पैरों की धूल भी नहीं हैं। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस को महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करने की भी सलाह दी है। वहीं, उन्होंने विपक्ष के गठबंधन को महा ठग बंधन बताते हुए सभी पार्टियों पर कटाक्ष भी किया।
सवाल: पानीपत की अनाज मंडी में आयोजित रैली में मुख्यमंत्री सीएम मनोहर लाल के न आने पर चर्चाएं उठी कि आप भी सीएम बनना चाहते हैं।
जवाब: मैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल के में पांव की धूल भी नहीं हूं। उनके मैं 1000वें हिस्से में भी नहीं हूं। उन जैसा श्रेष्ठ और अच्छा इंसान हरियाणा की राजनीति में नहीं हुआ है। जिसने राजनीति की परिभाषा बदल दी कि ईमानदारी से राजनीति हो सकती है और ईमानदारी से राजनीतिक कार्य कर भी व्यक्ति लोगों के दिलों में रह सकता है।
उनकी लाइन इतनी बड़ी हो चुकी है कि उनके कोई आसपास भी नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के सभी 10 सीटों पर सांसद हैं इसलिए बीजेपी सभी 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी पार्टी कोई भी अपना सांसद छोड़ना नहीं चाहती है। गठबंधन जारी रहेगा।
सवाल: आम आदमी पार्टी महंगाई को लेकर प्रदर्शन कर रही है
जवाब: अच्छी बात है, उनको करना ही चाहिए यह काम कांग्रेस को भी करना चाहिए जो इतने वर्षों से सोई बैठी है, कुछ करते नहीं है। वह किसान आंदोलन, पहलवानों जैसे मुद्दों का भी राजनीतिकरण कर देती है। कांग्रेस हर मुद्दे पर आंकड़ों के साथ धरातल पर आए और बताएं कि बीजेपी ने यह काम गलत किया है जो कि हमने अच्छा किया था।
सवाल: महागठबंधन पर आप क्या सोचते हैं ?
जवाब: महागठबंधन का कोई नेता नहीं है, पहले दिन नीतीश कुमार को अपना नेता चुना जाता है। अगले दिन वह ट्वीट डिलीट कर दिया जाता है। यह महा ठग गठबंधन है। यह सभी ठग इकट्ठे हुए हैं, जो भ्रष्टाचार और परिवारवाद में लिप्त हैं। वह अपने बच्चों के विकास के लिए राजनीति कर रहे हैं, देश के बच्चों से कोई लेना देना नहीं है।
सवाल: ऐसा अक्सर देखा गया है कि सांसद बाद में विधानसभा का चुनाव लड़ते हैं, क्या आपकी भी ऐसी कोई इच्छा है ?
जवाब: विधायक का चुनाव लड़ने की मेरी कोई इच्छा नहीं है। न ही मैं यह चुनाव लडूंगा। मैं यह चुनाव पहले लड़ चुका हूं, अब पार्टी ने मुझे इस भूमिका में रखा है। आगे पार्टी मुझे संगठन की भूमिका या किसी भी भूमिका में रखें, दरी बिछाने की भूमिका में भी रखेंगे तो मैं उसी में रहूंगा।
सवाल: क्या विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ होंगे?
जवाब: जहां तक मुझे लगता है दोनों चुनाव अलग-अलग होंगे और अलग ही होने चाहिए।