CountryReligion

इस साल अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है

श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने फ़ास्ट फूड समोसे पकौड़े पर बैन

अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है। श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने ऊंचाई पर होने वाली हेल्थ प्रॉब्लम का हवाला देते हुए फास्ट फूड पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है। लंगरों में श्रद्धालुओं को सिर्फ वही भोजन परोसा जाएगा जो सेहत के लिए फायदेमंद होगा। श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने खाने की किन चीजों पर बैन लगाया है और ऐसा क्यों किया गया है

सवाल: इस बार अमरनाथ यात्रा कितने दिन तक चलेगी?
जवाब: 1 जुलाई से 31 अगस्त 2023 तक मतलब 62 दिन तक चलेगी।

सवाल: अमरनाथ यात्रा के लिए श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने क्या एडवाइजरी जारी की है?
जवाब: श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड मैनेजमेंट ने कड़े निर्देश देते हुए यात्रियों के लिए एक स्वास्थ्य परामर्श जारी किया है। जिसमें यात्रियों को स्वास्थ्य समस्याओं के बिना यात्रा को पूरा करने के लिए खाने की कुछ चीजें से दूर रहने के लिए कहा गया है।

इस एडवाइजरी के चलते लंगर, खाने के स्टॉलों, दुकानों और बाकी प्रतिष्ठानों में कोई भी बैन सामान न तो परोसा जाएगा और न ही बेचा जाएगा।

सवाल: अमरनाथ यात्रा बोर्ड मैनेजमेंट ने किन चीजों पर बैन लगाया है?
जवाब: ऑयली और नशीली चीजों पर बैन लगाया गया है। नीचे लगे क्रिएटिव से समझते हैं…

सवाल: श्रद्धालुओं के मेन्यू में क्या खाने का निर्देश श्राइन बोर्ड की तरफ से दिया गया है?
जवाब: यात्रा के दौरान वही खाना परोसा जाएगा जिससे हेल्थ को नुकसान न हो। हर्बल चाय, कॉफी, ड्राई फ्रूट्स के अलावा क्या-क्या खा पी सकते हैं, इसकी श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने बकायदा मेन्यू की लिस्ट तैयार की है।

सवाल: यात्रा में इन चीजों पर बैन आखिर क्यों लगाया गया है?
जवाब: हाई एल्टीट्यूड एरिया यानी ज्यादा ऊंचाई पर यात्रा के दौरान लंग्स, हार्ट और सिर से रिलेटेड परेशानियां ज्यादा होती हैं। सबसे कॉमन सिंड्रोम एक्यूट माउंटेन सिकनेस है। जो आमतौर पर चढ़ाई के कुछ घंटों के अंदर शुरू होता है। इसमें सिरदर्द के साथ भूख नहीं लगना, मिचली, उल्टी, नींद न आना, थकान और चक्कर आने लगता है। कई लोगों की हार्ट अटैक आने से मौत हो जाती है।

हर साल यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में लोग हेल्थ रिलेटेड समस्याओं को झेलते हैं। जिसके लिए यात्रा के दौरान लाइफ स्टाइल और फूड रिलेटेड इश्यू को जिम्मेदार ठहराया गया है।इसलिए यात्रा के दौरान ऐसी चीजें खाएं, जो आसानी से पच सके और बॉडी को एनर्जी दे।

WhatsApp Image 2024-08-03 at 12.46.12 PM
WhatsApp Image 2024-08-03 at 12.55.06 PM
c3875a0e-fb7b-4f7e-884a-2392dd9f6aa8
1000026761
WhatsApp Image 2024-07-24 at 2.29.26 PM

सवाल: अमरनाथ यात्रा में चढ़ाई करने से पहले फिट रहने के लिए क्या करना चाहिए?
जवाब: यात्रा करने से पहले अपनी फिटनेस पर जरूर ध्यान दें। ताकि यात्रा के दौरान हेल्थ रिलेटेड कोई परेशानी न हो।

1 • रोज कम से कम 4-5 किमी सुबह/शाम टहलना शुरू कर दें।

2 • योग, प्राणायाम और गहरी सांस लेने की प्रैक्टिस करें।

3 • पहले से कोई बीमारी है तो डॉक्टर से चेकअप जरूर करवा लें।

4 • अपने आसपास चढ़ाई वाली जगह में चढ़ने-उतरने की प्रैक्टिस करें।

5 • यात्रा से पहले पर्याप्त नींद लें और आराम करें।

सवाल: अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले क्या-क्या सामान इकट्ठा कर लें?
जवाब: अमरनाथ यात्रा पर ले जाने के लिए जरूरी सामा 

सवाल: अमरनाथ यात्रा के लिए श्रीनगर तक कैसे पहुंचे?
जवाब: आप तीन रूट से श्रीनगर जा सकते हैं-

1. सड़क सुविधा- पर्सनल कार या बस से जा सकते हैं। दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के कई शहरों से श्रीनगर तक डायरेक्ट बस जाती हैं। जम्मू के लगभग हर बड़े शहर से भी डायरेक्ट बस है। लेह और कटरा से भी श्रीनगर तक बस चलती है।

2. रेल सुविधा- श्रीनगर तक कोई भी डायरेक्ट ट्रेन नहीं है। श्रीनगर से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन उधमपुर या जम्मू तवी है। जम्मू तवी और उधमपुर तक आप आसानी से ट्रेन से जा सकते हैं। इन दोनों स्टेशनों पर उतरकर बस या टैक्सी से श्रीनगर जा सकते हैं।

3. हवाई सुविधा- ये बाकी सुविधाओं की तुलना में थोड़ा महंगा है, लेकिन बेस्ट भी है। दिल्ली, चंडीगढ़ और मुंबई जैसे कई बड़े शहरों से श्रीनगर तक डायरेक्ट फ्लाइट उपलब्ध है।

सवाल: श्रीनगर से अमरनाथ गुफा तक जाने के लिए कौन-कौन से रास्ते हैं?
जवाब: तीर्थयात्रियों के लिए दो रास्ते हैं-

पहला- श्रीनगर से पहलगाम

दूसरा- श्रीनगर से बालटाल

• पहलगाम से अमरनाथ गुफा लगभग 36 किलोमीटर दूर है।

• इस रास्ते से गुफा पहुंचने में लगभग 2-3 दिन की चढ़ाई करनी पड़ती है।

• पहलगाम से अमरनाथ पहुंचने का पहाड़ी रास्ता बालटाल से निकलने वाले रास्ते की तुलना में अधिक आसान और सपाट है।

• अधिकतर बुजुर्ग इसी मार्ग को चुनते हैं।

बालटाल से अमरनाथ गुफा जाने का रास्ता

• बालटाल से अमरनाथ गुफा लगभग 14 किलोमीटर दूर है।

• इस रास्ते से अमरनाथ गुफा जाने वाले रास्ते पर एक दिन की ट्रैकिंग के बाद दर्शन करके लौटा जा सकता है।

• बालटाल से अमरनाथ गुफा का रास्ता कठिन और खड़ी चढ़ाई वाला है।

• इसके बावजूद अगर आप जल्दी से दर्शन करके लौटना चाहते हैं तो ये रास्ता बेस्ट है।

Khabar Abtak

Related Articles

Back to top button