जिला सोनीपत में सभी दवाई बेचने वाली दुकानों पर लगवाएं जाएं कैमरे-उपायुक्त डॉ मनोज कुमार
एनकोर्ड बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने शुक्रवार को वीसी के माध्यम दिए उपायुक्तों को जरूरी दिशा-निर्देश
-समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए हर वर्ग की सहभागिता जरूरी
सोनीपत, 18 अप्रैल। उपायुक्त डॉ० मनोज कुमार ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जिला में दवाई बेचने वाली सभी दुकानों पर सीटीवी कैमरे लगवाएं ताकि अगर कोई नशे से संंबंधित दवाईयां बेचता है तो उसपर कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि अधिकारी समय-समय पर इन दुकानों की चैकिंग भी करें और अगर कहीं भी कोई बिना लाईसेंस के दवाई बेच रहा है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करें।
हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने शुक्रवार को एनकोर्ड बैठक की अध्यक्षता करते हुए वीसी के माध्यम से जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए हर संभव कार्रवाई करें। वीसी के पश्चात उपायुक्त ने जिलावासियों का आह्वïान किया कि जिला को नशा मुक्त बनाने के लिए हर वर्ग की सहभागिता जरूरी है इसलिए अगर आपके आस-पास कोई व्यक्ति नशे से संबंधित वस्तुएं बेचता है या नशे के अवैध व्यापार में संलिप्त है तो उसकी सूचना टोल फ्री नंबर 8930305020 और एनसीबी नंबर 9050891508 पर दें। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि नशे की दवाओं पर रोक को लेकर प्रशासन की पैनी नजर है।
हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा साथी ऐप का संचालन किया जा रहा है। इस ऐप में मेडिसिन की एंट्री किए बिना केमिस्ट कोई भी मेडिसिन दवा नहीं रख सकते। यही कारण है कि साथी एप नशे संबंधित दवाओं पर रोक लगाने में काफी मददगार साबित हो रहा है। साथ ही सिंथेटिक नशे के चलन पर रोक लगाने के लिए सरकार और प्रशासन पूरी तरह सजग है। सरकार और प्रशासन की एडिक्ट बनाने वाली दवाओं पर भी नजर रख रही है। उन्होंने कहा कि साइकोट्रोपिक दवाओं की खुदरा, थोक और स्टॉकिंग के लिए प्रत्येक लाइसेंस धारक को इस साथी ऐप में ऑनलाइन एंट्री करनी होगी। एंट्री के बगैर कोई भी दवा रखने पर ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जायेगी। इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज होगा। इस एप से भविष्य में भी एडिक्ट दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने में काफी मदद मिलेगी। ड्रग कंट्रोल एक्ट की प्रभावी रूप से पालना सुनिश्चित की जाए।
उपायुक्त ने निर्देश दिए कि जिला के सभी शिक्षण संस्थानों में नशे के विरूद्घ बच्चों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने के साथ-साथ संस्थानों में फ्लेक्स व अन्य जागरूकता प्रचार सामग्री लगवाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिलाभर में नशा छुडाने के नाम पर खोले गए नशा मुक्ति केंद्रों की नियमित जांच करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि नशे की प्रवृति को समाज से खत्म करने के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनका लाभ सुनिश्चित किया जाए और जागरूकता के लिए चलाई जा रही गतिविधियों व योजनाओं को जिले में प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
इस मौके पर जेल अधीक्षक राजेन्द्र सिंह, डीसीपी मनवीर सिंह, डीसीपी नरेन्द्र सिंह , डीए सुनिल खत्री व अन्य सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहें।