Breaking NewsGohanaHealthSocial

पीजीआईएमएस रोहतक के चिकित्सकों ने टेली कंसल्टेशन की करी शुरूआत, प्रदेश में अब घर के पास ही मरीजों को मिलेगा ईलाज

पीजीआई कुलपति डॉ. एचके अग्रवाल बोले, प्रदेश के अंतिम छोर तक के व्यक्ति को भी सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए, मरीज के पैसे और समय दोनों की होगी बचत

रोहतक :-19 दिसंबर : यदि आप पीजीआईएमएस रोहतक से पूरे प्रदेश में कई सौ किलोमीटर दूर बैठे हुए हैं और आप अपने बेहतर इलाज के लिए पीजीआई के स्पेशलिस्ट चिकित्सक की सलाह लेना चाहते हैं तो यह खबर आपको बेहद खुशी देने वाली हो सकती है। अब पीजीआईएमएस रोहतक के विभिन्न विभागों के चिकित्सकों ने टेली कंसल्टेशन माध्यम से पूरे प्रदेश के लोगों को इलाज उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। गुरुवार को कुलपति डॉ.एच.के.अग्रवाल ने चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में बनाए गए टेली कंसल्टेशन रूम का शुभारंभ किया। कुलपति ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का प्रयास है कि प्रदेश के अंतिम छोर तक के व्यक्ति को भी सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए और उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधा पाना सभी का हक है। इस कडी में हरियाणा सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाने के लिए पीजीआईएमएस रोहतक को इसका केंद्र बनाया गया है। इसलिए अब संस्थान के अनुभवी चिकित्सक आयुष्मान-आरोग्य मंदिर और अन्य सीएचसी व पीएचसी पर आने वाले मरीजों का टेली कंसल्टेशन से इलाज करेंगे। डॉ.एच.के. अग्रवाल ने कहा कि आज यह सुविधा संस्थान में शुरू हो गई है और आज मेडिसिन, डेंटल, मनोरोग, ऑर्थो, स्त्री रोग, शिशु रोग, ईएनटी, चर्म रोग विभाग के चिकित्सकों ने ऑनलाइन माध्यम से पूरे प्रदेश से ई-संजीवनी पोर्टल पर ऑनलाइन वीडियो कॉल पर मरीजों का इलाज किया। उन्होंने कहा कि एनएचएम हरियाणा द्वारा इसके लिए सहयोग किया जा रहा है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के हर व्यक्ति को अब उसके घर के पास से ही उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधा मिलनी शुरू हो गई है इससे प्रदेश के सैकड़ों किलोमीटर दूर बैठे व्यक्ति के पैसे और समय दोनों की बचत होगी। कार्यकारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पुष्पा दहिया ने बताया कि यह सुविधा सोमवार से शनिवार सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन दस विभागों के चिकित्सक एक जगह बैठकर ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से मरीजों का इलाज करेंगे। ऑनलाइन माध्यम से चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कुंदन मित्तल ने बताया कि अतिरिक्त मुख्यसचिव चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान हरियाणा सुधीर राजपाल ,कुलपति डॉ.एच.के. अग्रवाल के प्रयासों से ही यह टेली कंसल्टेशन सुविधा इतने कम समय में शुरू हो पाई और प्रदेश की जनता के लिए यह योजना अच्छे इलाज में मील का पत्थर साबित होगी।

Khabar Abtak

Related Articles

Back to top button