अखबार बेचने से लेकर राष्ट्रपति बनने तक का सफर तय किया डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने:आजाद डांगी
गोहाना :-15 अक्टूबर : गोहाना की पुरानी सब्जी मंडी के निकट शहीद मदनलाल ढींगरा पार्क में आजाद हिंद देशभक्त मोर्चा के तत्वाधान में |डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की 93 वी जयंती पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया |
इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मोर्चे के मुख्य संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम एक महान वैज्ञानिक एवं प्रेरणादायक नेता थे | एक आम इंसान के तौर पर लोग उन्हें काफी पसंद करते थे | मिसाइल मैन के नाम से जाने जाने वाले अब्दुल कलाम का पूरा जीवन ही ऐसा रहा जिससे हर कोई प्रेरणा ले सकता है | उनका जन्म तमिलनाडु के रामेश्वरम शहर के धनुष्कोड़ी गांव के एक गरीब परिवार में हुआ |
उनके पिता एक छोटी सी नाव चलाते थे, उनके घर में कोई भी पढ़ा लिखा नहीं था | उनका जीवन खुद में ही एक पाठशाला था जिसने भी उनका अनुसरण किया वह जीवन में जरुर सफल हुआ | बचपन में अखबार बेचकर अपने परिवार की आर्थिक मदद करने वाले कलाम ने 8 साल की उम्र में सुबह 4:00 बजे उठकर अखबार बेचने का काम किया | अब्दुल कलाम अखवार बेचने के बाद पढ़ाई किया करते थे |
श्रद्धांजलि समारोह की अध्यक्षता पार्क सुधार सभा के अध्यक्ष जगदीश चिदा ने की | उन्होंने कहा कि डॉक्टर कलाम के जीवन से हमें ईमानदारी ,संयम और परिश्रम की सीख मिलती है | उन्होंने जिसके साथ काम किया उनके दिल को जीत लिया | 27 जुलाई 2015 को शिलांग के आईआईएम में लेक्चर देते_देते दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई है |
इस मौके पर अनूप फौजी, साहब, रमेश सैनी, रईसुद्दीन खान ,नरेंद्र मलिक, बिजेंद्र सैनी, नूर हसन खान तथा मुकेश राठौर आदि मुख्य तौर पर उपस्थित रहे |