ये पहली बार नहीं है, जब इस तरह से किसी स्थान का नाम बदला गया है। पिछले नौ साल में कई सरकारी योजनाएं, प्रतीक, स्थान, सड़क और पुरस्कारों के नाम भी बदले जा चुके हैं। पिछले साल ही इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति की जगह केंद्र सरकार ने सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगवाई। यही नहीं, भाजपा शासित राज्यों में कई जिलों के नाम भी बदल गए हैं। आइए सबके बारे में जानते हैं… 1. राजीव गांधी खेल रत्न : भारत में खेल जगत में दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है। छह अगस्त 2021 को इस पुरस्कार का नाम बदलकर कर ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न’ कर दिया गया है। राजीव गांधी खेल रत्न का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया था।
2. इंदिरा आवास योजना : गरीबों के लिए मुफ्त आवास की योजना है। इसे 2016 में प्रधानमंत्री आवास योजना कर दिया गया।
3. इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना : इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना को एक जनवरी 2017 में बदलकर प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना कर दिया गया। इस योजना में आर्थिक सहायता की रकम जच्चा-बच्चा को पर्याप्त पोषण उपलब्ध कराने के हिसाब से दी जाती है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना होता है, ताकि वह अपने साथ ही अपने नवजात बच्चे की भी देखभाल कर सकें। मतलब गरीब परिवार की गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को बेहतर स्वास्थ्य और पोषण के लिए नकद प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।
4. राजीव ग्रामीण विद्युतीकरण योजना : 23 जुलाई 2015 को इस योजना का नाम बदलकर दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना कर दिया गया। इस योजना को देश के ग्रामीण इलाकों में बिजली की आपूर्ति हो सके इसलिए शुरू किया गया है।
5. राजीव आवास योजना : इस का नाम अब सरदार पटेल राष्ट्रीय शहरी आवास मिशन हो गया है। 2016 में सरकार ने इसे बदल दिया।
6. जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन: अब इस योजना को प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) कायाकल्प- शहरी बदलाव अटल मिशन में बदल दिया गया है।
7. राजीव गांधी पंचायत सशक्तिकरण योजना : अब इस योजना से राजीव गांधी का नाम हटा दिया गया है। इसे केवल पंचायत सशक्तिकरण योजना के नाम से जाना जाएगा।
8. राजीव गांधी फेलोशिप योजना : इससे भी राजीव गांधी का नाम 2016 में हटा दिया गया। अब इसे केवल नेशनल फेलोशिप फॉर स्टूडेंट्स विद डिसैबिलिटीज कर दिया गया है। इसी तरह अनुसूचित जाति के छात्रों को दिए जाने वाली फेलोशिप का नाम राजीव गांधी राष्ट्रीय फेलोशिप योजना से बदलकर नेशनल फेलोशिप फॉर शेड्यूल कास्ट कर दिया गया है। राजीव गांधी खेल अभियान अब खेलो इंडिया हो गया है।
9. राजपथ को कर्तव्य पथ नाम दिया गया : दिल्ली का ऐतिहासिक राजपथ अब कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाता है। पिछले साल आठ सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्तव्य पथ का उद्घाटन किया है। कर्तव्य पथ का दायरा रायसीना हिल्स पर बने राष्ट्रपति भवन से शुरू होता है और विजय चौक, इंडिया गेट, फिर नई दिल्ली की सड़कों से होते हुए लाल किले पर खत्म। इन्हीं सड़कों पर हर 26 जनवरी पर गणतंत्र दिवस की परेड होती है। करीब साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी के इस रास्ते के इतिहास में जाएं तो पहले इसे किंग्सवे और फिर राजपथ के नाम से जाना जाने लगा था।
10. मुगल गार्डन को भी मिला नया नाम :राष्ट्रपति भवन में मौजूद मुगल गार्डन को भी इस साल नया नाम मिल गया है। अब इसे अमृत उद्यान के नाम से जाना जाता है। बताया जा रहा है कि मुगल गार्डन का नाम अमृत महोत्सव के तहत बदला गया है। यह हर साल आम लोगों के लिए खुलता है। इस साल भी 31 जनवरी से आम लोगों के लिए खुल गया।। लोग यहां ट्यूलिप और गुलाब की विभिन्न प्रजातियों के फूलों को देखने जाते हैं।
11. इंग्लैंड में चल रहे केंद्र का नाम भी बदला :2017 में केंद्र सरकार ने इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड यूनिविर्सिटी में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी सेंटर ऑफ संस्टेनेबल डेवलपमेंट का नाम बदलकर ऑक्सफोर्ड इंडिया सेंटर संस्टेनेबल डेवलपमेंट कर दिया है।
12. कई शहरों का नाम बदला जा चुका है: केंद्र सरकार में भाजपा आने के बाद देश के कई राज्यों में राज्य सरकारों ने जिलों के नाम भी बदले हैं। खासतौर पर उन राज्यों ने जहां भाजपा की सरकार है। मसलन इलाहाबाद को प्रयागराज, फैजाबाद को अयोध्या, होशंगाबाद को नर्मदापुरम कर दिया गया है। इसके अलावा कई रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि के नाम भी बदले गए हैं। यहां तक की सड़कों के नाम